२०१४ ते २०२० अशी सलग ६ वर्षे, डॉ. सहस्रबुद्धे यांनी भारतीय जनता पक्षाच्या राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पदाची जबाबदारी यशस्वीरीत्या पार पाडली आहे. लोकप्रतिनिधींना सामाजिक तसेच शैक्षणिक दृष्ट्या प्रशिक्षित करणाऱ्या रामभाऊ म्हाळगी प्रबोधिनी, मुंबई या संस्थेचे ते संस्थापक महानिर्देशक राहिलेले असून, सद्ध्या ते तेथे उपाध्यक्ष म्हणून कार्यरत आहेत. २०८ वर्षे जुन्या एशियाटिक सोसायटीचे उपाध्यक्ष राहिलेल्या डॉ. सहस्रबुद्धे यांनी मुंबई विद्यापीठाच्या व्यवस्थापन परिषदेचे काम देखील पाहिले आहे. बहुप्रतिष्ठित नेहरू स्मारक संग्रहालय तथा वाचनालयाचे (आताचे प्रधानमंत्री संग्रहालय) मानद सदस्य असलेले डॉ. सहस्रबुद्धे हे संसदीय कार्य मंत्रणा समिती, संसदीय संशोधन समिती, संसदीय वाचनालय समिती, कयर बोर्ड, डेटा संरक्षण समिती, संरक्षण मंत्रालयाद्वारा गठित नॅशनल कॅडेट कोर संबंधी उच्चस्तरीय समिती तसेच इतर विविध राष्ट्रीय समित्यांचे सदस्य आहेत.
प्रमुख मराठी, हिन्दी व इंग्रजी वर्तमानपत्रांमध्ये नियमितपणे स्तंभलेखक असलेल्या डॉ. सहस्रबुद्धे यांच्या श्रेयी अर्धा डझनभर पुस्तके आहेत, ज्यातील दोन पुस्तके पुरस्कारप्राप्त आहेत.
From 2014 to 2020 for 6 consecutive years, Dr. Sahasrabuddhe has successfully served as the National Vice President of the Bharatiya Janata Party. He has been the Founding Director General of Rambhau Mhalgi Prabodhini, Mumbai, an organization that trains leaders, and is currently serving as its Vice Chairman. Having served as the vice-president of the 208 years old Asiatic Society, Mumbai, Dr. Sahasrabuddhe has also worked on the governing council of the University of Mumbai. An honorary member of the prestigious Nehru Memorial Museum and Library (now the Prime Minister’s Museum), Dr. Sahasrabuddhe is a member of the Parliamentary Business Advisory Committee, Parliamentary Research Committee, Parliamentary Library Committee, Coir Board, Data Protection Committee, High Level Committee on National Cadet Corps constituted by the Ministry of Defense and various other national committees.
2014 से 2020 तक लगातार 6 साल तक डा. सहस्रबुद्धे ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद सफलतापूर्वक संभाला है। वह रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी, मुंबई के संस्थापक महानिदेशक रहे हैं और वर्तमान में उपाध्यक्ष पद का दायित्व संभाल रहें है। म्हालगी प्रबोधिनी एक ऐसा अनोखा एक संस्थान है जो जनप्रतिनिधियों सामाजिक तथा राजनीतिक दृष्टि से प्रशिक्षित करता है। २०८ वर्ष पुरानी एशियाटिक सोसाइटी के उपाध्यक्ष रह चुके डा. सहस्रबुद्धे ने मुंबई विश्वविद्यालय के प्रबंधन परिषद का काम भी संभाला है। प्रतिष्ठित नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय (अब प्रधानमंत्री संग्रहालय) के मानद सदस्य डा. सहस्रबुद्धे संसदीय कार्य मंत्रणा समिति, संसदीय अनुसंधान समिति, संसदीय पुस्तकालय समिति, कयर बोर्ड, डेटा संरक्षण समिति, रक्षा मंत्रालय द्वारा गठित नैशनल कैडेट कोर संबंधी उच्चस्तरीय समिति और अन्य कई राष्ट्रीय समितियों के सदस्य हैं।
प्रमुख हिन्दी, मराठी और अंग्रेजी समाचारपत्रों मे नियमित रूप से स्तंभलेखन करने वाले डा. सहस्रबुद्धे ने आधा दर्जन पुस्तकों का लेखन किया है, जिनमें से दो पुस्तकों को पुरस्कार प्राप्त हुए हैं!